प्रियंका चोपड़ा के शो की लेखिका ने बांग्लादेश को लेकर दिया बयान शरबरी अहमद

हिंदी सिनेमा जगत की मशहूर अदाकारा प्रियंका चोपड़ा के अमेरिकी शो की लेखिका शरबरी अहमद को लेकर एक बहुत ही अहम खबर आ रही है। प्रियंका चोपड़ा के शो की लेखिका ने एक बहुत ही अहम बयान दिया है उनके द्वारा बयान देने के बाद ही सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं हो रही है। इस खबर के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि आखिर उन्होंने क्या बयान दिया है और इसे लेकर क्यों हो रही है खूब चर्चाएं? साथ ही साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि प्रियंका चोपड़ा की लेखिका ने बांग्लादेश का नाम क्यों लिया है? आइए आपको पूरी खबर विस्तार से बताते हैं।
शरबरी अहमद ने हाल ही में बांग्लादेश में रहने वाले लोगों को लेकर एक बयान दिया है उनके द्वारा बयान देने के बाद भी सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं हो रही है सिर्फ इतना ही नहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उनकी बातों के साथ सहमति भी दिखा रहे हैं। शरबरी अहमद अपने बयानों में बांग्लादेशी लोगों के लिए कहती है कि वे सभी मूल रूप से हिंदू ही थे इ स्लाम धर्म तो बाद में आया। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने बांग्लादेश में रहने वाले लोगों के लिए कई अन्य बातें भी कही है जिसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं हो रही है।
प्रियंका चोपड़ा को लेकर आए दिनों मीडिया में खबरें आती रहती है सिर्फ इतना ही नहीं प्रियंका चोपड़ा और उनके पति निक जोनस भी मीडिया में बने रहते हैं। प्रियंका चोपड़ा यूं तो भारत की रहने वाली है लेकिन अब वह अमेरिका में रहने लगी है। प्रियंका चोपड़ा अमेरिका में रहने के बावजूद भी देश दुनिया में चल रहे दो को लेकर अपनी राय देती रहती है हाल ही में उन्होंने देश में चल रहे कुछ मुद्दों को लेकर बयान दिया था जिसे लेकर मीडिया में खूब चर्चाएं हुई थी।
भारत का ब्रिटिश शोषण और धर्म के आधार पर देश का विभाजन भी उनके उपन्यास में बड़े पैमाने पर चित्रित किया गया है।
अहमद द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश प्रधान मंत्री विंस्टन चर्चिल को “नस्लवादी” कहते हैं। अपने शोध के दौरान, मुझे पता चला कि उनके द्वारा बनाए गए कृत्रिम अकाल में 20 लाख बंगाली मारे गए। जब लोग चर्चिल की प्रशंसा करते हैं, तो यह यहूदियों के लिए हिटलर की प्रशंसा करने जैसा है। वह भयानक
लेखक ने कहा कि उनका उपन्यास पाठकों को यह बताने का प्रयास है कि वास्तव में क्या हुआ था।
अहमद, जो अपने उपन्यास का प्रचार करने के लिए शहर में थे, ने कहा, “ग्रेट ब्रिटेन का हम पर तीन ट्रिलियन डॉलर बकाया है। आपको मुद्रास्फीति में डालना होगा। फिर भी, उनकी (अंग्रेजों) की मानसिकता अभी भी एक औपनिवेशिक मानसिकता है और श्वेत उपनिवेशवाद फिर से बढ़ रहा है।” कहा।
उपन्यास द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कोलकाता, फिर कलकत्ता में आधारित है, जब अमेरिकी सैनिक बड़ी संख्या में शहर में आ रहे थे।

शरबरी अहमद आगे कहती हैं कि बांग्लादेश में रहने वाले लोग अपने जड़ों को भूलते जा रहे हैं। शरबरी का जन्म बांग्लादेश के ढाका में हुआ था और वह जब सिर्फ तीन सप्ताह की थीं तभी अमेरिका चली गईं थीं। अमेरिकी टेलीवीजन शो ‘क्वांटिको’ की सहलेखिका है शरबरी अहमद। ‘क्वांटिको’ में भारतीय फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा बतौर फिल्म अभिनेत्री नजर आ रही है। क्वांटिको को लेकर समय-समय पर खबरें भी आती रहती है कलकत्ता एक महानगरीय था और बाकी दुनिया को यह जानने की जरूरत है कि कैसे शहर के लोगों का शोषण किया गया, इसके खजाने को लूटा गया, लोगों को विभाजित किया गया और उनमें नफरत पैदा की गई,”

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