मुस्लिम महिलाओं को अपमान करने वाले बुल्ली बाई एप की तरह ही अब हिंदू महिलाओं का अपमान करने वाले फेसबुक पेज और टेलीग्राम चैनल भी सामने आए हैं। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को बताया कि सरकार ने एक टेलीग्राम चैनल को ब्लॉक करवा दिया है। … उन्होंने बताया कि टेलीग्राम पर ऐसा एक चैनल जून 2021 में बना था।
सरकार ने एक टेलीग्राम चैनल को ब्लॉक किया है, जिसमें हिंदू महिलाओं की अश्लील तस्वीरें साझा की जा रहीं थीं. इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है. हाल ही में ‘बुल्ली बाई ऐप’ को लेकर भी इसी तरह का विवाद सामने आया था. खबरें थीं कि ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपमानजनकर तरीके से साझा की जा रही थीं. इस मामले में कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं.
मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को नीलाम करने के लिए बनाए गए बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स एप्स के बाद अब हिंदू महिलाओं का अपमान करने वाले टेलीग्राम चैनल और फेसबुक पेज सामने आए हैं। इन चैनलों और फेसबुक पेज को मोदी सरकार के संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शिकायत मिलने पर बंद कराया और पुलिस को कार्रवाई का जिम्मा सौंपा है। ट्विटर पर वैष्णव से इस बारे में शिकायत की गई थी। वैष्णव के मुताबिक सरकार ने सभी राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू की है। इन चैनल्स और पेज को बनाने वालों की आने वाले दिनों में गिरफ्तारी होने वाली है।
Why not ask the IT and Telecommunication minister @AshwiniVaishnaw or home minister to do something about this, if you are actually concerned? https://t.co/bBfsZKKFPn
— Meera Mohanty (@meeramohanty) January 4, 2022
एक यूट्यूबर अंशुल सक्सेना ने इस बारे में आईटी मंत्री वैष्णव को ट्वीट के जरिए शिकायत की थी। अंशुल के मुताबिक टेलीग्राम पर ऐसा एक चैनल पिछले साल जून मे बनाया गया था। ये अभी पता नहीं चला है कि चैनल को किसने बनाया। अंशुल ने टेलीग्राम पर हिंदू महिलाओं का अपमान करने वाले ऐसे और चैनल्स का ब्योरा दिया है। इन चैनल्स पर हिंदू महिलाओं के लिए आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही हैं। अंशुल के बाद कई और यूजर्स ने फेसबुक और टेलीग्राम में ऐसे ही अन्य प्लेटफॉर्म के बारे में केंद्र सरकार से शिकायत की है। आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के मुताबिक सभी प्लेटफॉर्म को बंद कराया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी बता दें कि बीते दिनों बुल्लीबाई एप के जरिए नामचीन मुस्लिम महिलाओं की फोटो नीलाम करने का मामला खुला था। इस बारे में एक पत्रकार इस्मत आरा ने मुंबई पुलिस में शिकायत की थी। मुंबई पुलिस ने इस मामले में बेंगलुरु से इंजीनियरिंग के एक छात्र के अलावा उत्तराखंड से एक युवती और दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक और छात्र को गिरफ्तार किया है। बुल्लीबाई एप से पहले पिछले साल सुल्ली डील्स नाम के एप का खुलासा हुआ था। उसमें भी मुस्लिम महिलाओं की फोटो की नीलामी की जा रही थी। शिकायत के बाद गूगल ने उस एप को बंद कर दिया था।
हिन्दू महिलाओं की प्राइवेसी भंग कर के उन्हें बदनाम किया जा रहा है मुस्लिम पुरुषों के साथ उनके नाम जोड़ कर उन्हें सरेआम ‘वेश्या’ कहा जा रहा है। धर्म के आधार पर महिलाओं की ऑनलाइन ‘बिक्री’ और उनके अश्लील कंटेंट्स बनाए जाने और मुस्लिम पुरुषों की ‘श्रेष्ठता’ साबित करने के लिए उनके इस्तेमाल के पीछे कौन लोग हैं, ये पता लगाना प्रशासन का काम है।
लेकिन, इस मामले में लोगों की चुप्पी ध्यान देने लायक है। आखिर अब हिन्दू महिलाएँ ‘वोट बैंक’ तो हैं नहीं, इसीलिए उनकी भावनाओं की कोई कदर नहीं है नेताओं के लिए। सोशल मीडिया पर कई एक्टिविस्ट्स ने इस तरह सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है और मोदी सरकार के मंत्रियों ने इसका संज्ञान भी किया है। क्या इसके पीछे इस्लामी कट्टरवादी हैं, जो हिन्दू महिलाओं का अश्लील चित्रण कर के और उनके चरित्र के हनन का प्रयास कर के अपनी ‘आतंरिक संतुष्टि’ प्राप्त करते हैं।
सबसे पहले एक फेसबुक पेज की बात करते हैं, जिसका नाम है ‘संस्कारी हिन्दू बीवी मुस्लिम मर्द की दीवानी’। साथ ही इसकी प्रोफ़ाइल तस्वीर में एक ऐसा चित्र लगाया गया है, जिसमें एक मुस्लिम महिला एक हिन्दू लड़की को पकड़े हुआ है। इसकी कवर पिक में एक पेंटिंग है। पेंटिंग में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति को दिखाया गया है और उसके साथ उसकी टाई पकड़े हुए साड़ी में एक महिला है, स्पष्ट है जिसे हिन्दू दिखाया गया है। मुस्लिम बुजुर्ग की इस्लामी टोपी पर चाँद-तारा बना हुआ है।
एक और फेसबुक ग्रुप है, जिसका नाम ‘मुस्लिम मर्द औरत का प्यासा’, जिसमें 872 लोग जुड़े हुए हैं। इसकी मुख्य तस्वीर में एक महिला और एक पुरुष एक-दूसरे को किस कर रहे हैं। स्पष्ट है, पुरुष को मुस्लिम और महिला को हिन्दू के रूप में प्रदर्शित किया गया है। इसमें ‘हन्नी जान’ नाम के एक यूजर पूछ भी रहा होता है कि क्या कोई हिन्दू महिला ऑनलाइन है? क्या इस तरह के ग्रुप्स बना कर और उसमें हजारों लोगों को जोड़ कर हिन्दू महिलाओं को लेकर फैलाई जा रही अश्लीलता पर कोई आवाज़ उठाएगा?
एक और इंस्टाग्राम पेज को देखिए, जिसे ‘बैड बॉय’ और ‘ज़ालिम बॉय’ के नाम से बनाया गया है। इसमें एक मुस्लिम व्यक्ति को बिना कपड़ों के एक हिन्दू महिला के साथ दिखाया गया है। कुल 23 तस्वीरें इससे अब तक जारी की जा चुकी हैं, जिनमें सारी की सारी अश्लील हैं। 1818 फॉलोवर्स भी हैं। कटे हुए फलों का अश्लील चित्रण कर के और हिन्दू महिलाओं की कई तस्वीरें पोस्ट कर के उन्हें बदनाम किया गया है। टीका या सिंदूर लगाई हुईं हिन्दू लड़कियाँ, साथ में इस्लामी टोपी लगाए मुस्लिम युवक – यही इस पेज का मुख्य लक्ष्य है दिखाना।
एक अन्य इंस्टाग्राम पेज पर हिन्दू देवी-देवताओं का भी अश्लील चित्रण है। इसका नाम ‘ज़ालिम मर्द’ है, जिसमें भगवान श्रीराम का चित्र भी बनाया गया है और उन्हें लेकर अश्लीलता फैलाई गई हैं। सोचिए, जब सैकड़ों वर्षों से एक खास मजहब के पैगम्बरों की आलोचना तो दूर, नाम भर ले लेने से ‘काफिरों’ का नरसंहार किया जाता है, हिन्दू देवी-देवता खुलेआम इस तरह दिखाए जाते हैं। ‘ॐ’ शब्द का अपमान भी इसमें किया गया है। क्या ये हिन्दू धर्म के प्रति घोर ‘बेअदबी’ नहीं?