कोरोना की शुरुआत के बाद से सबसे ज्यादा इंतजार लोगों को कोरोना की वैक्सीन का था. साल 2021 की शुरुआत में यह सपना पूरा भी हो गया है. भारत में जनवरी के महीने में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया. इसे बाद देश में बड़ी संख्या में लोगों ने कोरोना का टीका (Corona Vaccine) लगवाया इसके लिए सरकार ने ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी दी है. आप आरोग्य सेतू ऐप या कोविन वेबसाइट पर जाकर भी वैक्सीन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया. वैक्सीन की दोनों डोज के बाद लोगों को एक वैक्सीन सर्टिफिकेट दिया गया है.
मुंबई में एक 36 वर्षीय व्यक्ति को धारावी पुलिस ने नकली COVID-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान फ्रांसिस नादर के रूप में हुई है।
जिन लोगों को COVID-19 का टीका नहीं लगाया गया था, उन्हें उच्च कीमतों पर प्रमाण पत्र बेचे गए। मुंबई के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रणय अशोक ने कहा एक 36 वर्षीय व्यक्ति, फ्रांसिस नादर, ₹ 1,000 के लिए नकली COVID-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र बेच रहा है, जिसे धारावी पुलिस स्टेशन ने 5 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
फ्रॉड करने वाले लोग अब नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट भी बनाने लगे हैं ऐसे में ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपका वैक्सीन सर्टिफिकेट असली है या नकली. आपको बता दें कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद वैक्सीन सर्टिफिकेट मिलता है उसमें वैक्सीन का डोज लेने वाले की पूरी जानकारी रहती है. वैक्सीन लेने वाले की उम्र, वैक्सीनेशन डिटेल्स (Vaccination Details) आदि भी रहता है. इसके साथ ही क्यूआर कोड (QR CODE) भी सर्टिफिकेट में मौजूद रहता है. आपको बता दें कि क्यूआर कोड की मदद से आप वैक्सीन सर्टिफिकेट असली है या नकली है इस बात का पता लगा सकते हैं.
कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट असली है या नकली इस बात की पहचान करने के लिए सबसे पहले आप कोविन की ऑफिशियल बेवसाइड verify.cowin.gov.in/ पर जाएं.
-इसके बाद ‘Verify Certificate’ के ऑप्शन पर क्लिक करें.
-इसके बाद अपने कैमरे को खोलने का Notification मिलेगा.
-आप Allow ऑप्शन पर क्लिक करें.
-इसके बाद आप QR कोड स्कैन करें
-इसके बाद आपका वैक्सीन सर्टिफिकेट खुल जाता है तो यह सही वरना यह फर्जी है.
यह हिन्दुस्तान में ही नही विदेशों में भी फर्जी सर्टिफिकेट का खेल चाल रहा है।
फ्रांस में, अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इस गर्मी में उपाय शुरू किए जाने के बाद से 180,000 से अधिक नकली कोविड पास का पता लगाया है। और इटली में मंगलवार को, सिसिली की राजधानी पलेर्मो में पुलिस ने टीकाकरण विरोधी आंदोलन के एक नेता और एक नर्स को गिरफ्तार किया, जिस पर नकली टीकाकरण के लिए भुगतान स्वीकार करने का आरोप है।
फ्रांस में अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही केवल टीकाकरण वाले लोग ही कोविड पास के लिए पात्र होंगे, जो रेस्तरां, कैफे और अन्य सार्वजनिक स्थानों में प्रवेश कर सकेंगे
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नकली COVID-19 टीकाकरण प्रमाण पत्र बेचने के आरोप में मुंबई का व्यक्ति गिरफ्तार

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