आज सुबह 8:12 मिनट पर लता दीदी(लता मंगेशकर) का निधन हो गया है. उनके शरीर के कई अंग खराब हो गए थे। उनका इलाज काफी दिनों से अस्पताल में चल रहा था: डॉ. प्रतीत समदानी, ब्रीच कैंडी अस्पताल, मुंबई
लता मंगेशकर पिछले काफी समय से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं. उन्हें कोविड हुआ था. हालांकि, कोविड से वह ठीक हो गई थीं, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था.
अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 साल की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। उनकी बहन उषा मंगेशकर ने बताया कि लता मंगेशकर का निधन हो गया है।
इससे पहले नवंबर 2019 में लता मंगेशकर को इसी हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। तब 28 दिनों के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया था। लता मंगेशकर ने अपना करियर 1942 में 13 साल की उम्र में शुरू किया था। उनकी मातृभाषा मराठी थी लेकिन उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में करीब 30,000 से ज्यादा गाने गाये हैं। उनका करियर करीब 70 वर्षों का है। उनके शानदार करियर का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि लता मंगेशकर ने मधुबाला से लेकर काजोल तक के लिए गाने गाए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा – अपूरणीय क्षति
लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है। उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई. उनकी उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
I am anguished beyond words. The kind and caring Lata Didi has left us. She leaves a void in our nation that cannot be filled. The coming generations will remember her as a stalwart of Indian culture, whose melodious voice had an unparalleled ability to mesmerise people. pic.twitter.com/MTQ6TK1mSO
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2022
शिवसेना संजय राउत ने ट्वीट करके दी निधन की खबर
भारत की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है. देश के कोने-कोने में लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए यज्ञ किए गए, लेकिन फिर भी स्वर कोकिला जिंदगी की जंग जीत न सकीं और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. वह पिछले काफी समय से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं. उन्हें कोविड हुआ था. हालांकि, कोविड से वह ठीक हो गई थीं, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा था. शनिवार की सुबह उनकी हालत फिर से बिगड़ी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. स्वर कोकिला के निधन से पूरा देश गमगीन है.
तेरे बिना भी क्या जिना… pic.twitter.com/rfa8mArQyl
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 6, 2022
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लिखा सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपने सुर से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है ।https://t.co/SN1HkhEMKl
मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति शांति pic.twitter.com/52fy46tOmE
— Amit Shah (@AmitShah) February 6, 2022
राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
Received the sad news of Lata Mangeshkar ji’s demise. She remained the most beloved voice of India for many decades.
Her golden voice is immortal and will continue to echo in the hearts of her fans.My condolences to her family, friends and fans. pic.twitter.com/Oi6Wb2134M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 6, 2022
मायावती जी भी श्रद्धांजलि दी
अपनी सुरीली व मनमोहक आवाज़ से लोगों के दिल-दिमाग़ पर कई दशकों तक राज करने वाली लता मंगेशकर के आज निधन की ख़बर अति-दुःखद। गीत-संगीत जगत को अपूर्णीय क्षति। उनके परिवार व समस्त प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत सभी को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
— Mayawati (@Mayawati) February 6, 2022
योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धांजलि
स्वर कोकिला, 'भारत रत्न' आदरणीया लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुःखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों व उनके असंख्य प्रशंसकों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 6, 2022
‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’ गाने से लता ने कर दिया था इनकार
लता मंगेशकर के गाए सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक है ‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’। पहले लता ने कवि प्रदीप के लिखे इस गीत को गाने से इनकार कर दिया था, क्योंकि वह रिहर्सल के लिए वक्त नहीं निकाल पा रही थीं। कवि प्रदीप ने किसी तरह उन्हें इसे गाने के लिए मना लिया। इस गीत की पहली प्रस्तुति दिल्ली में 1963 में गणतंत्र दिवस समारोह पर हुई। लता इसे अपनी बहन आशा भोसले के साथ गाना चाहती थीं। दोनों साथ में इसकी रिहर्सल कर भी चुकी थीं। मगर इसे गाने के लिए दिल्ली जाने से एक दिन पहले आशा ने जाने से इनकार कर दिया। तब लता मंगेशकर ने अकेले ही इस गीत को आवाज दी और यह अमर हो गया।
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