Recharge Plan महंगे होने का दिख रहा है असर 1महीने में 95 लाख से अधिक मोबाइल यूजर्स ने डाली MNP रिक्वेस्ट

इंडियन टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए बीते कुछ महीने काफी उतार-चढ़ाव वाले रहे हैं। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने अपने Mobile Recharge Plan Price को बढ़ाकर मोबाइल यूजर्स को बड़ा झटका दिया था जिसके चलते Reliance Jio, Airtel और Vodafone Idea यानी Vi के प्रति लोगों की नाराज़गी भी सामने आई है। भारतीय उपभोक्ता किसी सस्ते और बेहतर ऑप्शन की तालाश में रहे और इसका फायदा सरकारी कंपनी BSNL को भी पहुॅंचा है। रिचार्ज प्लान महंगे होने के बाद अनेंको लोगों ने कंपनी और नेटवर्क बदलने के लिए Mobile Number Portability (MNP) का सहारा लिया है और अब इसी से जुड़ी एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। TRAI के अनुसार, सिर्फ 1 महीने में 95,30,000 भारतीय मोबाइल यूजर्स ने नंबर पोर्ट की रिक्वेस्ट डाली है।

TRAI ने अपनी रिपोर्ट में जनवरी 2022 के आंकड़ें शेयर किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार जनवरी के महीने में 9.53 मिलियन यानी 95,30,000 सब्सक्राइबर्स ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की रिक्वेस्ट सबमिट करवाई थी। 95 लाख से भी ज्यादा मोबाइल यूजर्स ने अपने मोबाइल नेटवर्क को बदलना चाहा और अपनी सिम को किसी दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर पोर्ट करवाने की इच्छा जाहिर की है। गौरतलब है कि इस दौरान सबसे ज्यादा नंबर पोर्ट रिक्वेस्ट महाराष्ट्र से आई है जहां पर 55.53 मिलियन लोगों ने अपना कंपनी नेटवर्क बदलना चाहा है। इसके बाद 52.18 मिलियन के साथ कर्नाटक दूसरे नंबर पर आया है।
Mobile Number Portability (MNP)
ट्राई के अनुसार जनवरी में 9.53 मिलियन पोर्ट रिक्वेस्ट मिलने के बाद MNP requests का कुल आकंड़ा 670.95 मिलियन पहुॅंच चुका है। यहां पाठकों को बता दें कि सबसे पहले नंबर पोर्टेबिलिटी की शुरूआत 25 नवंबर 2010 को हरियाणा से शुरू हुई थी, जिसके साथ यह सर्विस 20 जनवरी 2011 को पूरे देश में लागू कर दी गई थी। Intra-Service Area MNP थी जिसमें एक ही राज्य या सर्किल में मौजूद टेलीकॉम नंबरों को पोर्ट करके दूसरी कंपनी में एक्टिव किया जा सकता है।
इन्ट्रा-सर्विस एरिया एमएनपी के बाद एक राज्य या सर्किल से दूसरे राज्य या सर्किंल में मोबाइल नंबर पोर्ट करने की सुविधा के साथ Inter-Service Area MNP की शुरूआत की गई। यह इंटर-सर्विस एरिया एमएनपी 3 जुलाई 2015 से पूरे देश में लागू की गई थी। पहले नंबर पोर्ट करवाने में सप्ताह भर का समय लग जाता था, लेकिन अब ट्राई के नए नियमों के अनुसार टेलीकॉम कंपनियों को 2 दिन में ही नंबर पोर्ट करना होगा जिससे मोबाइल यूजर्स को सहूलियत प्राप्त होगी।

Jio, Airtel, Vi, BSNL – किसे फायदा, किसे नुकसान
TRAI की रिपोर्ट के अनुसार साल के पहले महीने में टेलीफोन उपभोक्ताओं की गिनती में भी भारी गिरावट आई है। दिसंबर 2021 के दौरान देश में 1,178.41 मिलियन सब्सक्राइबर्स थे जब्कि इस साल के पहले महीने यानी 31 जनवरी 2022 को देश में कुल टेलीफोन उपभोक्ताओं की गिनती गिरकर 1,169.46 मिलियन हो गई थी। दिसंबर 2021 की तुलना में जनवरी 2022 में 8.95 मिलियन यानी तकरीबन 89,50,000 लोगों ने अपने टेलीकॉम सर्विस को बंद किया है। यह बड़ा फासला दिसंबर में Jio, Airtel और Vi द्वारा Recharge Plan की कीमत बढ़ाए जाने के बाद देखा गया है।
जनवरी 2022 के ही आंकड़ों की बात करें तो ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान 93,22,583 जियो यूजर्स ने Reliance Jio कंपनी के नेटवर्क को छोड़ा है। इसी तरह 3,89,083 Vi यूजर्स Vi नेटवर्क को छोड़ कर दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर शिफ्ट हो गए हैं। देश की सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल को भी नुकसान झेलना पड़ा है और जनवरी 2022 में 3,77,520 लोगों ने BSNL कंपनी से अपना नाता तोड़ लिया है। इस महीने में अकेले Airtel को ही फायदा हुआ है और 7,14,199 नए मोबाइल यूजर्स एयरटेल नेटवर्क से जुड़े हैं।
कैसे करें अपना Mobile Number Port
– मोबाइल फोन के SMS बॉक्स में जाकर नया मैसेज टाइप करने का ऑप्शन खोलें।
– मैसेज बॉक्स में PORT टाईप, फिर एक स्पेस देकर अपना मोबाइल फोन नंबर दर्ज करें। (उदाहरण : PORT 901#####88)

– मैसेज लिखे जाने के बाद उपर ‘Send To’ ऑप्शन पर टैप करें और यहां 1900 नंबर टाईप कर मैसेज सेंड कर दें।
मैसेज भेजे जाने के आपके मोबाइल पर ‘1901’ नंबर से एक नया मैसेज प्राप्त होगा।
1901 नंबर से प्राप्त हुए मैसेज में 8 अंको का कोड होगा। इसे यूनिक पोर्टिंग कोड या UPC भी कहा जाता है।
ध्यान रहे कि अगर आप पोस्टपेड ग्राहक हैं तो यह पोर्टिंग कोड फोन बिल पूरी तरह से पेड होने के बाद ही प्राप्त होगा।
इस 8 अंको के UPC में शुरू के दो अंग्रेजी अलफ़ाबेट (A-Z) होंगे और बाकी 6 डिजिट (0-9) होगी।

यह पोर्टिंग कोड कुछ ही दिनों के लिए ही मान्य होता है और यूजर को उन्हीं दिनों के भीतर इस कोड को यूज़ करना होगा।
इस यूनिक पोर्टिंग कोड को उस कंपनी के आउटलेट या स्टोर पर लेकर जाना है, जिस कंपनी के नेटवर्क पर आप अपना नंबर बदलवाना चाहते हैं।
जिस कंपनी के नेटवर्क में अपना मोबाइल नंबर पोर्ट करवाना चाहते हैं, उसके आउटलेट चले जाएं। वहां पर एप्लीकेशन फॉर्म भरवाया जाएगा और इसके साथ ही नई सिम दे दी जाएगी। इसके अलावा टेलीकॉम कंपनियां होम डिलीवरी भी करती है और सभी डाक्यूमेंटेशन प्रोसेस डोर स्टेप भी होने लगे हैं। आप अपने एरिया की सर्विस के बारे में कंपनी की वेबसाइट पर Toll-Free नंबर पर भी पूछ सकते हैं।

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