जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय भ्रष्टाचार शब्द को बंगाल से निकालकर राज्य से बाहर फेंकना चाहते हैं। जैसे एक और प्रसिद्ध बंगाली ‘गांगुली’ मैदान के बाहर अपनी खुशबू बिखेरता था और किसी भी गेंदबाज की गेंद को ‘बापी बारी या’ कहकर फेंक देता था। पूरे बंगाल में भ्रष्टाचार की जर्सी फूंकने का समय आ गया है..
एक बार फिर कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय का ऐतिहासिक फैसला। नौकरी राज्य के शिक्षा मंत्री परेश अधिकारी की बेटी के पास गई। परेश अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी को अभिजीत बाबू ने स्कूल की नौकरी से निकाल दिया था।