पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया विभाग के प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित किया है. पार्टी के इस एक्शन को कांग्रेस (Congress) ने ढोंग बताया है. उसने कहा कि यह कार्रवाई स्पष्ट रूप से बाहरी शक्तियों के दबाव में हुई है और इससे पार्टी के ‘आक्रामक रुख’ का पर्दाफाश हो गया. दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा से नूपुर शर्मा के खिलाफ ‘कानूनी कार्रवाई’ करने को कहा. इसके अलावा एआईएमआईएम ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके खिलाफ निलंबन मात्र एक दिखावा है.
कांग्रेस के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर भारत को धार्मिक ध्रुवीकरण के अंधेरे युग में धकेलने का आरोप लगाया, ताकि अल्पावधि में अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को बनाए रखा जा सके. सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘स्पष्ट तौर पर बाह्य ताकतों से मिली चेतावनी के दबाव में भाजपा के दो प्रमुख सदस्यों और प्रवक्ताओं का पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया गया निष्कासन, भाजपा और मोदी नीत सरकार के बहुप्रचारित आक्रामक रुख की पोल खोलता है.’
उन्होंने कहा, ‘क्या भाजपा सच में अपने रुख में बदलाव कर रही है? क्या भाजपा अपने अथाह पापों का प्रायश्चित करने की कोशिश कर रही है या यह गिरगिट जैसी मुद्रा है?’ इस मुद्दे पर बवाल मचने के बाद भाजपा ने एक तरह से दोनों नेताओं के बयानों से किनारा करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती.