जैसे इंसान इंसानों के साथ खड़ा होता है, वैसे ही अगर आप जानवरों के साथ खड़े होंगे तो इंसानियत जिंदा रहेगी।कृष्ण दास निस्वार्थ भाव से प्रतिदिन एक ही समय पर कुत्ते और बिल्ली का भोजन परोसते हैं।यह उनका ही नशा है, हर दिन ये जानवर कृष्णदेव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि वह उन्हें भोजन कराते हैं।ऐसे में यदि मनुष्य प्रतिदिन पशुओं के पास खड़ा हो जाए तो यह असहाय प्राणी अपनी भूख मिटा सकेगा।