महाराष्ट्र में चल रही राजनितिक हलचल के बीच रोजाना नए नए तथ्य सामने आ रहे हैं। Maharashtra Political Crisis प्रतिदिन ऐसे अनुमान लगाए जा रहे कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे सकते हैं। इसी बीच कल उन्होंने फेसबुक लाइव आकर कहा कि विपक्षी दल नहीं छह रही कि उनके आलावा किसी की सकारकर न बने इसीलिए वे जबरन विधायकों को बहला कर ले जा रहे हैं। फेसबुक लाइव के कुछ देर बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास छोड़कर अपने घर मातोश्री चलाए गए जिसके बाद राजनितिक गलियारों में हलचल मच गई।
कंगना का पुराना वीडियो वायरल
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने उद्धव ठाकरे को सत्ता के घमंड में चूर होने का आरोप लगाया था।
क्या सही होगी कंगना की भविष्यवाणी?
गौरतलब है कि कंगना रनौत का ऑफिस साल 2020 में बीएमसी ने ध्वस्त किया था कंगना रनौत ने तब उद्धव ठाकरे को चुनौती दी थी। आज जब शिवसेना की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में खबरें आ रही हैं कि उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे सकते हैं।
कहते हैं दुनिया गोल हैं आप जैसा करोगे वह घूम फिरकर आपके पास आ जाएगा। इसका ताजा उदहारण कोई और नहीं बल्कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं। यह बात काफी लोगो को अजीब लग सकता हैं लेकिन हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि 2020 में कंगना रनौत के ऑफिस को बीएमसी ने ध्वस्त किया था जिसके बाद एक्ट्रेस ने ऐसा बयान दिया था जो सोशल मीडिया में अब वायरल हो रहा हैं।
Happiest women on earth today…#KanganaRanaut #UddhavSarkarOnEdge pic.twitter.com/kiQjmlR5Ww
— Yatharth Sikka (@SikkaYatharth) June 23, 2022
बता दें कि कंगना ने दो साल पहले 2020 में भविष्यवाणी की थी कि उद्धव ठाकरे का अहंकार टूट जाएगा । कंगना ने कहा था- ‘उद्धव ठाकरे, तुम्हें क्या लगता है कि तुमने मुझसे बदला लिया है? आज मेरा घर टूटा है, कल तुम्हारा घमंड टूटेगा।’
क्या हुआ था 2020 में
दरअसल तब बीएमसी ने कंगना के बंगले के एक हिस्से को अवैध बताते हुए उस पर कार्रवाई की थी । मामला बॉम्बे हाईकोर्ट तक पहुंता था। जिसने सुनवाई के दौरान कड़े शब्दों में बाद में कहा कि बीएमसी अधिकारी ने कंगना रनौत के बंगले के हिस्से को गिराने में द्वेषपूर्ण काम किया था। अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, कंगना रनौत ने ट्वीट में लिखा था कि जब कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है, तो यह व्यक्ति की जीत नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत होती है।
एक अन्य यूजर ने लिखा, “शरारती सरकार जिसने एक मौजूदा सांसद को हनुमान चालीसा का पाठ करने के आरोप में गिरफ्तार किया था, आज कुछ समय में भंग होने की संभावना है। उद्धव के इस्तीफा देने की संभावना है। कर्म एक रानी है उन्होंने कहा, बहुत अच्छा कहा,” एक अन्य उपयोगकर्ता ने लिखा।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कड़े शब्दों में बाद में कहा कि बीएमसी अधिकारी ने कंगना रनौत के बंगले के हिस्से को गिराने में द्वेषपूर्ण काम किया था।
अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, कंगना रनौत ने ट्वीट किया था, “जब कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है, तो यह व्यक्ति की जीत नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत होती है।
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