1992 में पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चा सरकार के शासन के दौरान कांग्रेस की एक जनसभा में कहा गया था,जनसभा में तत्कालीन कांग्रेस नेता और बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक फोटोयुक्त पहचान पत्र की मांग की इस आंदोलन ने ।
उउस समय वाम मोर्चा सरकार के आदेश पर पुलिस ने जनसभा पर गोलियां चलाईं और इस घटना में लगभग 10 कांग्रेस कार्यकर्ता मारे गए।तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई के दुखद दिन के उपलक्ष्य में इस स्मारक का आयोजन करती है। वर्तमान में सत्ता में रहते हुए राज्य के हर जिले में इस स्मृति सभा के आसपास तैयारी शिविर आयोजित किए जाते हैं।इस बीच बंगाल के हर जिले से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता कोलकाता आने लगे हैं।