12 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी बिहार विधानसभा के सौ साल पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह के समापन में शिरकत करने पटना पहुंचे थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में एक बहुत ही बड़ा खुलासा हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, केरल से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का सदस्य शफीक पैठ ने एनआईए को बताया कि उसके निशाने पर बिहार की राजधानी पटना में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली थी। मालूम हो कि गत 12 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी बिहार विधानसभा के सौ साल पूरे होने पर आयोजित शताब्दी समारोह के समापन में शिरकत करने पटना पहुंचे थे। इससे पहले पीएम ने झारखंड के देवघर में नये एयरपोर्ट की शुभारंभ भी की थी। शफीक ने खुलासा किया कि पीएफआई के सदस्य पीएम की यात्रा के दौरान वहां का माहौल बिगाड़ना चाहते थे। इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई थी और बैनर-पोस्टर भी बनाए गए थे।
PFI के खाते में एक साल में आए 120 करोड़:
एनआईए की पूछताछ में शफीक ने बताया कि उसके संगठन की पूरी तैयारी थी कि पटना में पीएम की रैली को निशाना बनाया जाए। वहीं, एनआईए की जांच में इस बात की भी जानकारी हुई है कि पीएफआई के खाते में एक साल में 120 करोड़ रुपये आए थे। जानकारी के अनुसार, ये रुपये भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ विदेश से भी आए थे। जांच में यह भी पता चला कि पीएफआई के खाते में जितने रुपये थे, उसके दोगूना रुपये संगठन के पास कैश में थे।
पीएफआई के 106 सदस्यों की हुई गिरफ्तारी: दरअसल, देशभर में पीएफआई के विभिन्न ठिकानों पर एनआईए ने गत दिनों छापेमारी की। इस दौरान एनआईए ने पीएफआई के 106 सदस्यों की गिरफ्तारी की। बताया गया कि इनमें से सबसे ज्यादा गिरफ्तारी केरल से हुई। केरल से कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार, पीएफआई ने अपने एजेंडे को बढ़ाने के लिए कई अन्य संगठन भी तैयार कर लिए थे। वहीं, सूत्रों की मानें, तो इनके द्वारा आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने की साजिश भी थी। बहरहाल, इस मामले में एनआईए की आंतरिक जांच जारी है।
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