महाराष्ट्र एटीएस ने बताया है कि इस संगठन के लोगों ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े कई बड़े नेताओं के बारे में कई अहम जानकारियां जुटाई थीं. इसी आधार पर संगठन के लोग एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से हाल ही में उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत 11 राज्यों में कई जगहों पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. इस दौरान जांच एजेंसी ने कई बातों का खुलासा किया था. इस बीच, पीएफआई को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आई है. महाराष्ट्र एटीएस (ATS) के सूत्रों के अनुसार, पीएफआई के रडार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कई बड़े नेता थे. साथ ही इनके निशाने पर नागपुर का संघ मुख्यालय भी था. सूत्रों के अनुसार, PFI आरएसएस और बीजेपी नेताओं पर हमला करना चाहता था. इस संगठन के सदस्यों ने आरएसएस की दशहरा के दिन होने वाली पथ संचलन की जानकारी भी जुटाई थी .
बता दें कि एनआईए छापे में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए थे. केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी कई गिरफ्तारियां हुई थीं. राजधानी दिल्ली से भी 3 लोग गिरफ्तार किए गए थे. वहीं, उत्तर प्रदेश के लखनऊ से भी पीएफआई के सदस्य की गिरफ्तारी हुई थी. राजस्थान के जयपुर में भी एनआईए ने छापेमारी की थी. मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 4 लोगों को हिरासत में लिया गया था.
छापेमारी की कार्रवाई से नाराज था पीएफआई
वहीं, छापेमारी की कार्रवाई से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई थी. पीएफआई ने छापेमारी के खिलाफ केरल में बंद बुलाया था. इस बंद के दौरान केरल के कुछ शहरों से हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं. पीएफआई समर्थकों की ओर से कई जगह बस और कारों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं. तमिलनाडु में बीजेपी ऑफिस में जाकर भी हमला करने का आरोप लगा है.
खुद कभी चुनाव नहीं लड़ा
बता दें कि स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) पर लगे बैन के बाद सामने आए पीएफआई ने खुद को एक संगठन के रूप में पेश किया है. पीएफआई के कार्यकर्ताओं के अनुसार, यह संगठन अल्पसंख्यकों, दलितों और हाशिए पर पड़े समुदायों के अधिकारों के लिए लड़ता है. हालांकि, पीएफआई ने खुद कभी चुनाव नहीं लड़ा है.यह संगठन अपने सदस्यों का रिकॉर्ड नहीं रखता है. यही वजह है कि इससे जुड़े लोगों को गिरफ्तार करना जांच एजेंसियों के लिए कठिन हो जाता है.
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