राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने तीन नवंबर को होने वाले अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े की उम्मीदवार ऋतुजा लटके को निर्विरोध जिताने का रविवार को आह्वान किया।रमेश लटके के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा है। रमेश की पत्नी ऋतुजा लटके का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुरजी पटेल से है। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख आज (17 अक्टूबर, सोमवार) है।
पवार ने रविवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, नए सदस्य (विधायक) का कार्यकाल सिर्फ डेढ़ साल का होगा। रमेश लटके की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के कारण उपचुनाव हो रहा है। उनकी पत्नी चुनाव लड़ रही हैं। लटके पार्षद रहे थे फिर विधायक बने। उनके योगदान को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
नए विधायक का कार्यकाल ज्यादा समय का नहीं होगा, 2024 में चुनाव
पवार ने कहा कि उपचुनाव लड़ने के लिए बड़े प्रयास किए जाते हैं, जिसकी आवश्यकता तब नहीं होती जब कार्यकाल केवल एक वर्ष के लिए होता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता के साथ पांच से छह महीने खर्च हो जाते हैं। उन्होंने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) को ऋतुजा लटके का इस्तीफा स्वीकार करने का निर्देश देने वाले मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश की भी सराहना की ताकि वह उपचुनाव लड़ सकें। पवार ने कहा कि यह अच्छा है कि उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिया।
राज ठाकरे ने भी फडणवीस को पत्र लिखा, निर्विरोध चुनाव का आग्रह किया
इससे पहले, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र के आगामी उपचुनाव के लिए दिवंगत विधायक रमेश के सम्मान में अपनी पार्टी का उम्मीदवार नहीं खड़ा करने का आग्रह किया।
राज ठाकरे ने नहीं खड़ा किया है उम्मीदवार
मनसे प्रमुख ने कहा, विधायक रमेश लटके के निधन के बाद अंधेरी पूर्व उपचुनाव कराना पड़ा है और उनकी पत्नी ऋतुजा ने पर्चा दाखिल किया है। मनसे दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के हमारे तरीके के तौर पर चुनाव नहीं लड़ेगी।
कांग्रेस-NCP का है ऋतुजा लटके को सपोर्ट
राज ठाकरे की अपील पर शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सांसद अरविंद सावंत ने कहा, मैं राज ठाकरे की अपील का स्वागत करता हूं, लेकिन बहुत देर हो चुकी है। नामांकन पहले ही दाखिल हो चुके हैं और भाजपा की वजह से चुनाव हम पर थोपा गया है। भाजपा पहले भी इसी तरह का उपचुनाव लड़ चुकी है जब एक विधायक के निधन के कारण चुनाव कराना पड़ा था।
ऋतुजा लटके का बयान- निर्विरोध और आम सहमति की थी उम्मीद
भाजपा के विधान पार्षद प्रसाद लाड ने कहा, न तो उद्धव ठाकरे और न ही उनके किसी सहयोगी ने भाजपा से या उसके नेताओं से उपचुनाव नहीं लड़ने का अनुरोध किया या अपील की। वे अपने घर में बैठे रहे।ऋतुजा लटके ने पत्रकारों से कहा, मैंने पहले सोचा था कि आम सहमति बन जाएगी, लेकिन मैं उपचुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।
फडणवीस ने यह स्पष्ट किया कि वे अकेले फैसला नहीं कर सकते
फडणवीस ने स्वीकार किया कि उन्हें पत्र सद्भावना के तौर पर भेजा गया। साथ ही उन्होंने कहा कि निर्णय लेने से पहले उन्हें पार्टी नेतृत्व के साथ चर्चा करनी होगी। भाजपा नेता को संबोधित एक पत्र में राज ठाकरे ने कहा कि मनसे दिवंगत विधायक के प्रति अपनी सम्मान दिखाने के लिए उपचुनाव नहीं लड़ेगी। इस पत्र को उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेता आशीष शेलार ने उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन करने के अनुरोध के साथ राज ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की थी। फडणवीस ने कहा, राज ने शेलार से अपनी इच्छा व्यक्त की कि भाजपा को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। अब उन्होंने मुझे पत्र भी लिखा है।भाजपा नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, अंतिम निर्णय पार्टी में वरिष्ठ नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद ही लिया जाएगा। मैं अकेला इस बारे में फैसला नहीं कर सकता। उम्मीदवारों ने पहले ही अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।
सामना संपादकीय पर नहीं की कोई टिप्पणी
हालांकि, फडणवीस ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में भाजपा के खिलाफ की गई तीखी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भाजपा एकनाथ शिंदे और उनके गुट का इस्तेमाल कर रही है। फडणवीस ने कहा, यह एक छोटे अखबार जितना अच्छा है। उस अखबार में जो कुछ भी लिखा है उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
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